सहिष्णुता से असहिष्णुता की ओर बढ़ने पर मजबूर करता हमारा समाज
काश्मीर से लेकर केरल, कैराना, कर्नाटक, बंगाल, असाम तक और भीमा कोरेगांव से लेकर कासगंज तक ये हम हिंदूओं की ही कमजोरी भी है और देन भी है, कि चंद मुट्ठी भर तथाकथित शांतिदूत आज देश के हर कोने में हिंदुओं पर हावी होता जा रहा है। कमजोरी इसिलिए क्योंकि हम हिंदू आज भी अपने उदारवादी प्रवृत्ति से बाहर निकल कर नहीं सोचते, और हमेशा बहुसंख्यक होने का ठप्पा लगवाकर सहिष्णुता और गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल क़ायम करने के लिए आगे आने पर मजबूर हो जाते हैं । और देन इसिलिए क्योंकि हम हिंदू आज भी अपने इतिहास से सबक नहीं सीखा, हमने शुरू से ही संगठित होकर लड़ाई नहीं लड़ी जिसका परिणाम आज हमें कासगंज जैसे घटनाओं का सामना अपने भाईयों की बली चढ़ाकर करना पड़ता है। क्या कारण था ? • मो. गोरी से अकेले पृथ्वीराज चौहान ने ही युद्ध किया बाकी पड़ोसी हिन्दू राजा क्या कर रहे थें ? • अकबर से केवल मेवाड़ के महाराणा प्रताप लोहा ले रहे थे बाकी पूरे भारत के राजा कहाँ थें ? • शिवाजी महाराज अकेले अफजल खां और औरंगजेब से युद्ध लड़ रहे थे बाकी के हिन्दू राजा क्यों दुबके हुए थें ? इतिहास गवाह है जब-जब हिंदू बंटा है तब-तब हिंदू क